Gurugram Radhika Yadav, राधिका यादव हत्या केस: गुरुग्राम में पिता ने बेटी को मारी गोली, चौंकाने वाले घटनाक्रम में गुरुग्राम स्थित सेक्टर 57 की निवासी और उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी (Tenis Player) राधिका यादव की हत्या उनके पिता दीपक यादव (Dipak Yadaw) ने कर दी। यह घटना 11 जुलाई की सुबह करीब 10:30 बजे हुई जब राधिका घर के किचन में खाना बना रही थीं।
Radhika Yadav,
पुलिस के अनुसार, दीपक यादव ने राधिका पर 3 से 4 गोलियां पीछे से चलाईं, जिनमें से एक गोली उनके सिर पर लगी। गोली की आवाज सुनकर घर के ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले उनके चाचा कुलदीप यादव ऊपर पहुंचे, जहां राधिका खून से लथपथ हालत में मिलीं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
Radhika Yadav के आरोपी पिता गिरफ्तार,
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे अपनी बेटी के ‘लाइफस्टाइल और सोशल मीडिया व्यवहार’ से परेशान थे और इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया।

Radhika Yadav Case में पुलिस ने कहा कि: “यह एक पूर्व नियोजित हत्या थी, दीपक ने पूरी योजना तीन दिन पहले ही बना ली थी। “उन्होंने अपनी पत्नी को कमरे में बंद किया, बेटे को बाहर भेजा और पालतू कुत्ते को अलग कर दिया ताकि कोई हस्तक्षेप न कर सके।
डिजिटल फॉरेंसिक जांच जारी – Radhika Yadav Mobile
राधिका यादव का मोबाइल फोन, लैपटॉप और सोशल मीडिया प्रोफाइल्स की फॉरेंसिक जांच हरियाणा के IT विभाग द्वारा की जा रही है। इससे यह समझा जा सकेगा कि क्या वाकई पिता की मानसिक स्थिति पर बेटी के ऑनलाइन व्यवहार का असर था या मामला कहीं ज़्यादा गहरा है।
Radhika Yadav के दोस्त हिमांशिका की गवाही
राधिका की करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह ने मीडिया को बताया: “राधिका एक मेहनती और महत्वाकांक्षी लड़की थी। वो लंबे समय से घर के मानसिक दबाव में रह रही थी। उसका किसी से अफेयर नहीं था, और जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं वो झूठ हैं। “हिमांशिका के अनुसार, राधिका अपने कोचिंग अकादमी को बढ़ाने में लगी थीं और आत्मनिर्भर बनना चाहती थीं, जिससे उनके पिता नाराज़ रहते थे।
पुलिस ने दावा किया है कि यह एक “open-and-shut” केस है, जिसमें:
- आरोपी ने हत्या स्वीकार की है
- हथियार बरामद हो चुका है
- फॉरेंसिक सबूत और गवाह उपलब्ध हैं
Deepak Yadaw (दीपक यादव) को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
Radhika केस सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक सोच का टकराव है जहां एक पिता अपनी बेटी की स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और सोशल मीडिया मौजूदगी से असहज हो गया। यह घटना आज के भारत (Bharat) में महिलाओं की स्वतंत्र पहचान और परिवारिक मानसिकता के बीच संघर्ष को उजागर करती है।

राधिका यादव हत्या केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना सिर्फ एक घरेलू हिंसा नहीं, बल्कि मानसिक, सामाजिक और लैंगिक पहलुओं से जुड़ी गंभीर समस्या को उजागर करती है।